How Big Companies Work
हेलो दोस्तों आज हम आपको बताएंगे कि बड़ी-बड़ी कंपनियां जैसे टीसीएस इन्फोसिस विप्रो माइक्रोसॉफ्ट गूगल इन सभी कंपनियों के अंदर का मिश्रण होता कैसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर इन बड़ी-बड़ी कंपनियों में क्या काम करते हैं आज हम आपको इस आर्टिकल में विस्तार से बताएंगे
तो चलिए दोस्तों हम आपको बताएंगे कि टीसीएस विप्रो इंफोसिस जैसी कंसलटेंसी सर्विसेज कंपनी भारत की टॉप कंपनियों में काम कैसे होता है तो हम आपको बताते हैं तो हम आपको बता दें कि सबसे पहले टीसीएस इन्फोसिस विप्रो जैसी कंपनियों में काम करने के लिए इन कंपनियों में नौकरी होना बहुत ज्यादा जरूरी है
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तो हम आपको बताते हैं कि इन कंपनियों में नौकरी कैसे पाई जाती हैं इन बड़ी नौकरी कम इन बड़ी कंपनियों में नौकरी पाने के लिए सबसे पहले हमें एग्जाम देनी होती है एग्जाम में रिटन एग्जाम होती है जो ऑफलाइन भी होती है ऑनलाइन हुए थे जिसमें मेडिट्यूब इंग्लिश प्रोग्रामिंग क्वेश्चंस कोडिंग से सवाल पूछे जाते हैं पता है अगर आप आते हैं तो आपका कॉल आ जाता है इंटरव्यू के बाद आपको अच्छे से इंटरव्यू दे रहे हैं तो आपका नॉलेज होना बहुत जरूरी है क्योंकि वह क्वेश्चन करवाए जा सकते हैं होता है

टेक्निकल राउंड
तो हम आपको बता दें कि टेक्निकल राउंड में क्या होता है हम टेक्निकल राउंड कुटिया भी बोलते हैं दरअसल टेक्निकल राउंड में आपसे टेक्निकल क्वेश्चन पूछे जाते हैं आपकी पढ़ाई के रिलेटेड जैसे कि अगर आपको सी सी प्लस प्लस पाइथन जाओ आती है तो आपको इन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से रिलेटेड क्वेश्चन पूछे जाएंगे और अपनापन संभावना है कि है कि वह आपसे कोडिंग क्वेश्चन भी करवाएंगे और अगर आप यह टेक्निकल और अच्छे से पास कर लेते हैं तो इसके बाद आपका मैंने राउंड होता है
मैनेजर राउंड
कुछ अली दोस्तों हम आपको एमआर राउंड के बारे में बताते हैं यह डाउनलोड के बाद होता है अगर कोई स्टूडेंट देखने का टाइम पास कर लेता है तो उसको सीधा डाउनलोड भेज देता है अमाउंट में मैनेजर जो होता है वह क्वेश्चन पूछता टेक्निकल टाइप के क्वेश्चन पूछता है मैनेजर का काम यह होता है कि वह उसके अंदर से निकाल ले जो जो कंपनी में काम करवाया जाएगा इस तरीके से होता है अगर होता है तो उसको भेज देता है एचआर राउंड के लिए
एचआर राउंड
तो चलिए दोस्तों अब हम आपको बताते हैं कि एचआर राउंड के अंदर क्या-क्या होता है किसी भी टेक्निकल इंटरव्यू किसी भी सॉफ्टवेयर कंपनी के इंटरव्यू का सबसे सिंपल राउंड जो होता है उसको 4 डाउनलोड करते हैं एचआर राउंड में टीचर स्टूडेंट से बहुत ही बेसिक क्वेश्चन पूछते हैं जैसे कि जैसे कि व्हाई वी हैव यू ,व्हो पास्ड एक्सपीरियंस इन जॉब, आर यू एबल टो वर्क इन एनी लोकेशन, इस तरीके के बेसिक क्वेश्चन पूछे जाते हैं और वहां पर और मैं आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स को परखा जाता है
और अगर आप इन सभी राउंड को पास कर जाते हैं या राउंड राउंड राउंड को तो 15 दिन बाद कंपनी की तरफ से एक अप्पू मेल आता है कि आप उस में पास हुए हैं या फिर अगर आप पास हो जाते हैं तो आपको जॉब मिल जाती है और वह ऑफर लेटर पैड कर देते हैं जिसमें आपकी कंपनी की लोकेशन होती है जिसको हम बोलते हैं
सभी कंपनियों में ही प्रोसेस दी जाती है मैंने खुद भी इसी कंपनी से नौकरी प्राप्त की है
कंपनी में ट्रेनिंग
तो चलिए दोस्तों अब हम आपको बताते हैं कि बड़ी-बड़ी कंपनियों में किस प्रकार से ट्रेनिंग दी जाती है सॉफ्टवेयर इंजीनियर को जिसकी गूगल माइक्रोसॉफ्ट ईसीएस इंफोसिस विप्रो जैसी कंपनियां करीब 4 या 3 महीने की ट्रेनिंग प्रोवाइड करती है जब भी कोई भी स्टूडेंट कॉलेज से पास होकर सीधे कंपनी में जाता है तो वह एक प्रेशर होता है प्रेशर होने के नाते बड़ी-बड़ी कंपनियां उसको बहुत सारी स्कूल सिखाती है पढ़ने के लिए लैपटॉप देती है बड़े-बड़े उडमी कोर्स तेरा जैसे प्लेटफार्म का फ्री एक्सिस देती है जिसे सुबह बच्चे आसानी से कोर्ट को एक्सेस कर सके और आराम से पढ़ाई कर सकें और इन्हीं पढ़ाई को करके इसकी उसको सीख कर वहीं वह लोग इन्हीं स्कूल को कंपनी में अप्लाई करते हैं काम करते हैं प्रोजेक्ट बनाते हैं डांस करते हैं इसको भी डेवलपमेंट करते हैं और उसके बदले उन्हें प्रमोशन मिलती है सैलरी मिलती है

वर्क इन प्रोजेक्ट
तो चलिए दोस्तों अब हम आपको बताते हैं कि ट्रेनिंग खत्म होने के बाद आपको प्रोजेक्टर साइन हो जाते हैं बड़ी-बड़ी कंपनियों में अब इन कंपनियों में प्रोजेक्टर साइन होने के बाद वहां पर एक प्रोजेक्ट मैनेजर होता है और हाउस प्रोजेक्ट मैनेजर के अंदर करीब 20 लोगों की टीम होती है या फिर 15 लोगों की टीम होती है वहीं पर आपकी टीम स्पीड देखी जाती है जिसे हम टीम वर्क करते हैं इन्हीं तीन उसके अंदर आपको बहुत कुछ सीखने को मिलता है कि टीम के साथ आपको कैसे खोले करना है टीम के साथ आपको कैसे बातें करनी है यही सभी प्रकार की जानकारियां आपको कंपनी में टीम वर्क इस दौरान आपको प्राप्त होती हैं इसी टीम वर्क ओं करने के बाद 1 साल 2 साल बाद आप किसी दूसरी कंपनी में भी अप्लाई कर सकते हैं जिससे अप्लाई करने के बाद आपको ठीक 30% की ग्रोथ आपकी सैलरी में मिलती है
बड़ी-बड़ी कंपनियों में जो प्रोजेक्ट मैनेजर दिल्ली स्टैंडर्ड को लेते हैं इस स्टैंड कोई के अंदर वह प्रोजेक्ट मैनेजर अपने टीम मेंबर्स को काम आसान करते हैं काम देते हैं टास्क देते हैं इसको भी देते हैं उसको और उस स्टोरी को कंप्लीट करने का टाइम होता है 3 दिन 4 दिन मैं कंप्लीट करना होता है और अगर आप यह टास्क कंप्लीट कर लेते हैं तो उसके बाद आपको ठीक दूसरा डांस कर दिया जाता है और धीरे-धीरे आपकी कंपनी में पोस्ट बढ़ती जाती है
और अगर आप कंपनी में कुछ काम करने में असमर्थ हो जाते हैं तो वह पहली बार आपका काम लेकर किसी और व्यक्ति को काम करने को दे देते हैं यह ऐसा करना सिर्फ एक बार और 2 बार संभव है अगर बार बार अगर आप किसी कार्य को करने में असमर्थ है तो वह कंपनी में आप की छवि को गिरा देता है और हो सकता है कि आपको कंपनी छोड़ने पर भी आप मजबूर हो जाएं कोई बड़ी कंपनी अगर आपको का काम दे रही है तो आपका कार्य है कि आपको उस काम को 100% कंप्लीट करके देना होता है अगर आप किसी काम को हंड्रेड परसेंट पूरा कर देते हैं तो आपको कंपनी में सराहना मिलती है लोग आपसे प्रेरित होते हैं और सीखते हैं और मेरा सिखाते हैं
तो दोस्तों हमने आपको बताया कि बड़ी-बड़ी कंपनियों में किस प्रकार से हम सिलेक्ट होते हैं किस प्रकार से उनको नौकरी मिलती है और हमें किस प्रकार कंपनी में काम करना चाहिए और अपनी पोजीशन बढ़ाने के लिए हमें क्या करना चाहिए तो हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह सभी जानकारी पसंद आई होगी अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया है तो उसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद और आप इस आर्टिकल को अपने मित्रों के साथ भी शेयर करें
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